

वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ
माहेश्वरी चिल्ड्रन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर
डॉ वी एन माहेश्व़री (30yrs Exp.)
M D(Paed) RMC Reg No :004124/12470
बाल रोग विशेषज्ञ बढ़ते बच्चे की विशिष्ट आवश्यकताओं को समझने के लिए जिम्मेदार हैं। हम शिशुओं और बच्चों में स्वास्थ्य समस्याओं के निदान और उपचार में विशेषज्ञ हैं।

यह सभी सुविधा केवल हमारे डॉक्टर के लिखने पर ही की जाती है
हमारे यहाँ उपलब्ध सुविधाएं

OPD, IPD
एक विशेष इकाई है जो रोगी के अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं की प्रारंभिक देखभाल और समर्थन प्रदान करती है।

PICU
PICU एक विशेष इकाई है जो बच्चों के अत्यंत गंभीर या जीवनसंगत स्थितियों की देखभाल करती है।

Laboratory
प्रयोगशाला एक स्थान होता है जहां वैज्ञानिक अध्ययन और अन्वेषण के लिए परिक्षण और अध्ययन कार्य किए जाते हैं। यहां पर विभिन्न प्रकार के परीक्षण किए जाते हैं, जैसे कि रक्त, मूत्र ।

Digital X-ray
डिजिटल एक्स-रे एक प्रौद्योगिकी है जो छवियों को एक डिजिटल रूप में कैप्चर करती है, जिससे उन्हें आसानी से संग्रहीत, साझा, और प्रसारित किया जा सकता है।

Vaccination
टीकाकरण (Vaccination) एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें शरीर को विभिन्न रोगों से बचाने के लिए टीके या वैक्सीन का उपयोग किया जाता है। ......
हमे क्यों चुने?
माहेश्वरी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल बूंदी में स्थित सर्वश्रेष्ठ अस्पताल है। हमारे पास विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम है जो मरीजों के स्वास्थ्य की उचित देखभाल करती है। वे अस्पताल को साफ रखने के लिए सभी स्वच्छता और उचित स्वच्छता बनाए रखते हैं। हम राजस्थान में सबसे किफायती निजी अस्पताल हैं


हमारे हॉस्पिटल की विशेषताएं
बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण: हमारे अस्पतालों में एक खास ध्यान रखा जाता है कि बच्चों को सुरक्षित, प्रेरणादायक, और खुशहाल महसूस कराया जाए।
पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर (PICU): हमारा अस्पताल बच्चों के लिए विशेष आवश्यकता के मामलों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं प्रदान करते हैं।
संवेदनशीलता और परिचर्या: हमारे अस्पतालों में बच्चों के साथ संवेदनशीलता से और प्रेम से बर्ताव किया जाता है, जिससे उन्हें सुरक्षित महसूस होता है।
परिवार केंद्रित देखभाल: हमारा अस्पताल परिवार केंद्रित देखभाल प्रदान करते हैं, जिससे माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य भी बच्चे के साथ हो सकें।

मौसमी फ्लू..... क्या करें?...क्या न करें?
- छींकते और खांसते वक़्त अपने मुंह और नाक को रुमाल या कपड़े से अवश्य ढकें।
- प्रायः अपने हाँथ साबुन और पानी से धोएं।
- नाक आंख या मुंह को ना छुएं।
- भीड़भाड़ वाली जगह से वचें, फ्लू से संक्रमित लोगों से एक हाथ से अधिक दूटी पर रहें।
- बुखार, खांसी और गले में खराश हो तो सार्वजनिक जगहों से दूर रहें।
- खूब पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें।
- पूरी नींद लें।
- हाँथ ना मिलाएं, गले ना लगें या देहिक संपर्क में आने वाले अन्य अभिवादन ना करें।
- सार्वजनिक जगह पर ना थूकें। चिकित्सक के परामर्श के बिना दवाई ना लें।